साम्राज्यवाद किसे कहते हैं | उपनिवेशवाद क्या है, इन दोनों में अंतर

साम्राज्यवाद किसे कहते हैं

जब कोई शक्तिशाली राष्ट्र दूसरे राष्ट्र के लोगों पर अपना राजनीतिक एवं आर्थिक नियंत्रण स्थापित कर लेता है और उनका आर्थिक शोषण करता है तो उसे साम्राज्यवाद कहते हैं।

साम्राज्यवाद की परिभाषा

शूमाँ के अनुसार:- "शक्ति और हिंसा के द्वारा जब कोई राष्ट्र, किसी अन्य राष्ट्र व वहाँ के नागरिक पर अपना कब्जा करके वहाँ शासन करती है, तो उसे हम साम्राज्यवाद कहते हैं।"

साम्राज्यवाद की विशेषताएं

साम्राज्यवाद की विशेषताएं इस प्रकार से है-

1. साम्राज्यवादी देश दूसरे देशों पर अपना आर्थिक और राजनीतिक  पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित करते हैं।
2. साम्राज्यवादी देश अपने उपनिवेशों के मूल निवासियों के प्रति जातीय भेदभाव करते हैं, जिससे वे मौलिक अधिकारों से वंचित रह जाते हैं।
3. साम्राज्यवादी देश उपनिवेशों के आर्थिक संसाधनों का उपयोग अपने लिए करते हैं।
4. साम्राज्यवादी देश अपने उपनिवेशों में अतिरिक्त पूंजी का निवेश करके अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर उपनिवेशों के व्यापार पर अपना अधिकार कर लेते हैं।

उपनिवेशवाद और नव उपनिवेशवाद में अंतर

उपनिवेशवाद और नव उपनिवेशवाद में अंतर इस प्रकार से है-

उपनिवेशवाद:- जब कोई शक्तिशाली देश किसी कमजोर देश पर अपना अधिकार कर लेता है और उसका आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक शोषण करता है तो वह शोषित देश ही शक्तिशाली देश का उपनिवेश कहलाता है।

नव उपनिवेशवाद:- नव उपनिवेशवाद का जन्म दूसरे विश्व युद्ध के बाद हुआ, द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद विश्व के अनेक राष्ट्र स्वतंत्र हुए थे और यह नए राष्ट्र अविकसित थे। और साम्राज्यवादी देश ने अपनी औपनिवेशिक नीतियों को परिवर्तन करके अविकसित देशों के विकास के नाम पर वहां पैसा लगाया और वहां पर अपना आर्थिक प्रभाव जमाने का प्रयास किया इसी को नव उपनिवेशवाद कहा जाता है।
अर्थात विकसित देशों द्वारा अन्य पिछड़े देशों पर आर्थिक शोषण और उन पर प्रभाव स्थापित करने की प्रक्रिया को ही नव उपनिवेशवाद कहते हैं।

उपनिवेशवाद क्या है

उपनिवेशवाद का अर्थ; उपनिवेशवाद साम्राज्यवाद का ही एक रूप है जो देश किसी दूसरे देश के कब्जे में आ जाता है, वह उसका उपनिवेशवाद कहलाता है।

जैसे उदा. के लिए स्वतंत्रता के पूर्व भारत, इंग्लैंड का उपनिवेशक था। आशा करता हूं कि आप उपनिवेशवाद को समझ गए होंगे।

नव उपनिवेशवाद किसे कहते हैं

नव उपनिवेशवाद का जन्म द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद नवीन स्वतंत्र राष्ट्र अविकसित थे और विकसित देशों द्वारा आर्थिक क्षेत्र में शोषण कर उन पर प्रभाव स्थापित करने की प्रक्रिया को नव उपनिवेशवाद कहते हैं।

साम्राज्यवाद और उपनिवेशवाद में अंतर

साम्राज्यवाद; जब कोई शक्तिशाली राष्ट्र किसी अन्य कमजोर राष्ट्र पर अपना राजनीतिक एवं आर्थिक नियंत्रण स्थापित कर उनका आर्थिक शोषण करता है तो उसे साम्राज्यवाद कहते हैं।

उपनिवेशवाद; जब कोई देश किसी दूसरे देश के कब्जे में आ जाता है तब वह उसका उपनिवेश कहलाता है जैसे- भारत इंग्लैंड का उपनिवेश था।

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Comments

  1. Sir question answer

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  2. Anonymous22 May, 2023

    Aap jo bhi kahe hai bahut sahi kahe hai thank you so much

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