उद्यमी कौशल व्यवहार के प्रकार

उद्यमी कौशल व्यवहार क्या है?

उद्यमी कौशल व्यवहार व्यापार, नौकरी, या अन्य क्षेत्रों में उद्यमिता के साथ संबंधित होता है। यह व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें निम्नलिखित योग्यताएँ शामिल हो सकती हैं:

  1. नेटवर्किंग कौशल:

    उद्यमी व्यक्तियों के लिए अच्छी नेटवर्किंग कौशल आवश्यक होते हैं। यह उन्हें अन्य उद्यमियों, निवेशकों, ग्राहकों, और विभिन्न संसाधनों से जोड़ते हैं।

  2. विपणन कौशल:

    उद्यमियों को उनके उत्पाद या सेवाओं को बेचने के लिए विपणन कौशल की आवश्यकता होती है। यह उन्हें ग्राहकों को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करने में मदद करता है।

  3. वित्तीय कौशल:

    उद्यमियों को वित्तीय प्रबंधन के बारे में जानकारी होनी चाहिए। यह उन्हें निवेश, लोन, बजट, और अन्य वित्तीय निर्णयों के लिए सही तरीके से योजना बनाने में मदद करता है।

उद्यमी कौशल व्यक्तिगत और पेशेवर विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, और यह उन्हें सफलता की ओर अग्रसर करने में मदद करते हैं।

उद्यमी कौशल व्यवहार इस प्रकार से है—

I. परियोजना विकास कौशल (project development skills)— परियोजना विकास की स्थापना के लिए एक योजना बनाई जाती है उद्यमी का आधारभूत कौशल होता है जो उद्यमी परियोजना की कल्पना करके उन कामों को पूरा  करता   है और विभिन्न सूचनाओं को जमा करता है उसे तत्वों पर विचार करने की योग्यता होनी चाहिए।

1. स्थापना संबंधित विश्लेषण— इसमें निम्न बातों का विश्लेषण किया गया है—

(i) व्यवसायिक अवसरों का मूल्यांकन करना।

(ii) उपक्रम का स्थापना, भवन का चयन करना।

(iii) कारखानों में जमा करने का विश्लेषण करना।

(iv) मशीन यंत्र उपकरण आदि का विश्लेषण करना।

2. उत्पाद विश्लेषण— इसमें निम्न बातों पर विचार किया गया है

(i) उत्पाद की किस्म, डिजाइन, रंग , ब्रांड आदि निश्चित करना।

(ii) कच्चे माल की आवश्यकता, स्रोत, मूल्य एवं किस्म का विश्लेषण करना।

(iii) उत्पादन प्रक्रिया के विभिन्न चरण, समय एवं गति अध्ययन करना।

(iv) ईंधन ,जल ,विद्युत आदि की आवश्यकता का विश्लेषण करना।

3. वित्तीय विश्लेषण— इसमें निम्न घटकों का लागत पर विश्लेषण किया गया है

(i) परियोजना की प्रारंभिक लागत का अनुमान जैसे— भूमि, भवन, मशीन, उपकरण आदि की लागत पंजीयन लाइसेंस शुल्क आदि

(ii) स्थानीय एवं कार्यशील पूंजी के स्रोत की रचना।

(iii) कच्चा मा, श्रम, कारखाना एवं प्रशासनिक व्यय संबंधित खर्चो का अनुमान एवं विश्लेषण करना।

(iv) पूंजी लागत ज्ञात करना

4. विपणन विश्लेषण—  इसमें निम्न बातों का विश्लेषण किया गया है

(i) वस्तु की मांग एवं पूर्ति का विश्लेषण करना।

(ii) उपभोक्ताओं की रुचि आवश्यकता आए स्तर आदि।

(iii) प्रतियोगी वस्तुओं का मूल्य विक्रय शर्तें आदि।

(iv) वितरण श्रृंखलाएं सरकारी खरीद की संभावना का विश्लेषण करना।

5. लाभदायक विश्लेषण— इसमें निम्न परियोजना की लाभदायक मूल्य पर विचार किया गया है

(i) विनियोग पर प्राप्त अनुमति प्रत्याय की दर ज्ञात करना।

(ii) व्यवसाय की स्थिति एक अधिकारी तथा प्रतिस्पर्धात्मक।

(iii) स्थापना उत्पादन सरकारी कर एवं वित्तीय नीति का विश्लेषण करना।

(iv) प्रतिस्पर्धा वस्तुओं के मूल्य का अध्ययन करना।


II. उपक्रम निर्माण कौशल (interprise building skill)— उपक्रम निर्माण कौशल के द्वारा उद्यमी अपने उपक्रम का एक विशिष्ट पहचान बना लेता है उपक्रम की कल्पना प्रबंध संचालन के पश्चात यह एक महत्वपूर्ण साहसिक कौशल होता है। 

1. किसी अवसर का ज्ञान तथा उसे अपने लक्ष्य के संदर्भ में देखना।

2. विभिन्न संघटकों को गतिशील करते हुए अपना जोखिम अनुमान करना।

3. उत्पाद अथवा सेवा के कार्य हेतु आवश्यक साधन पर विचार करना।

4. परियोजना दल के साथ प्रस्तुत करना ताकि उद्यमी अपने दृष्टिकोण को दूसरे के साथ बांट सके।

5. अपनी परियोजना को सरकार के सामने प्रस्तुत करना।


III. उपक्रम प्रबंध कौशल (interprise building skill)— उपक्रम की स्थापना के पश्चात उद्यमी इसके उचित प्रबंध संचालन का कौशल होना चाहिए उद्यमी प्रबंधकीय कौशल का संबंध उपक्रम ,नियंत्रण , नियोजन, संगठन, संचालक ,उत्पादन वितरण ,योजना के निर्माण तथा कर्मचारी  कुशल प्रबंधन से है।

1. नियोजन कौशल (planning skills)— उद्यमी के उपक्रम की भावी स्थिति पर विचार करने तथा वातावरण के संबंध में पूर्वानुमान करने की योग्यता होनी चाहिए। और व्यावसायिक अवसर चुनौती को ध्यान में रखकर लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए।

2. संगठन कौशल (organising skills)— संगठन कौशल के द्वारा व्यक्तियों को अपने कार्य अधिकारों दायित्वों व आपसी संबंधों की एक रचना तैयार करना चाहिए उद्यमी में विभिन्न संगठनात्मक कार्यों को किया जाता है जैसे संसाधनों को एकत्र करने, व्यक्तियों को कार्य, अधिकार व दायित्व सैपने का कार्य, लोगों के बीच कार्य संबंध स्थापित करना।

3. नेतृत्व कौशल (leading skills)— नेतृत्व क्या है? नेतृत्व अपने समाज की अगुवाई करता है और उस समाज को एक नई दिशा की ओर ले जाता है वह अपने कर्मचारियों का उचित मार्गदर्शन करता है समाज की सभी समस्याओं का समाधान करता है  उसे हम नेतृत्व कहते हैं।

4. नियंत्रण कौशल (controlling skills)— नियंत्रण कौशल एक ऐसा क्षमता है जिससे किसी भी चीज  को ठीक से चलाया और बंद किया जाता है इसका मतलब यह है कि आप किसी भी चीजों को नियंत्रण कर सकते हैं और उन्हें अपने अनुसार प्रबंधित कर सकते है ताकि वह आपके निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मदद कर सके।

5. निर्णयन कौशल (decision marking skills)— व्यवसाय में निर्णय लेने होते हैं उसे उत्पादन ,विनियोग ,विपणन व्यवसाय विस्तारण आदि के संबंध में लाभदायक योजनाएं बनानी होती है जैसे की समस्याओं का पता लगाना, विकल्पों का पारस्परिक मूल्यांकन करने तथा उसमें से एक श्रेष्ठ विकल्प का चयन करने की योग्यता होनी चाहिए।


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