कीमत या मूल्य नेतृत्व का अर्थ एवं परिभाषा
मूल्य नेतृत्व अल्पाधिकार उद्योग की फार्म को बेचते हुए अनौपचारिक समझौते का एक मूल्य रूप होता है जिसमें मूल्य नेतृत्व के निर्धारण की वृत्ति होती है जिसमें कोई एक फार्म जो एक बड़ी फार्म बनाता है उसके अनुसार मूल्य निर्धारित करती है और अल्पाधिकार उद्योग की अन्य फार्म उसी मूल्य का अनुसार काम करता है।
प्रो. आर्थर बर्न्स के अनुसार यदि एक ही फार्म द्वारा सदैव वस्तु के मूल्य में परिवर्तन करता है तो और सदैव अन्य विक्रेता मूल्य के इन्हीं परिवर्तनों के अनुसार करते हैं तो इस प्रकार भी मूल्य प्रतिस्पर्धा या नेतृत्व के अंतर्गत आता है।
कीमत या मूल्य नेतृत्व के प्रकार
कीमत या मूल्य नेतृत्व के प्रकार निम्नलिखित है—
1. प्रधान फार्म मूल्य नेतृत्व— जब किसी उद्योग विशेष के कुल उत्पादन का अधिकांश भाग केवल एक ही फार्म द्वारा उत्पन्न किया जाता है तो उसे प्रधान फार्म कहते हैं और इससे बड़े बड़े फार्म में भी भेजा जाता है और ऐसी स्थिति में प्रधान फार्म बाजार पर अधिक लाभ होता है और उसके द्वारा जो भी मूल्य नेतृत्व किया जाता है उसे अन्य छोटी फार्म खोलने में स्वीकृत कर दिया जाता है क्योंकि ऐसी दशा में छोटी फार्म मूल्य पर अन्य व्यक्तिगत प्रभाव डालने में असमर्थ रहते हैं।
2. बैरोमीट्रिक मूल्य नेतृत्व— इस विधि के अंतर्गत औद्योगिक विशेष की सबसे पुरानी अनुभूति तथा कार्य कुशल फार्म पर उद्योग की अन्य सभी फार्म लिए संरक्षक का कार्य करती है और इसकी अनुभवी फार्म के द्वारा बाजार की दशाओं का अध्ययन करते हुए निर्धारित किया जाता है कि अन्य फार्म अपना लेती है।
3. आक्रमक मूल्य नेतृत्व— जब औद्योगिक विशेष की कोई बड़ी फार्म जोर जबरदस्ती से आक्रमक मूल्य नीति से अपना नेतृत्व स्थापित कर लेती है तो और उस उद्योग की अन्य फार्म को अपना मूल्य नीति अपनाने के लिए विवश करती है तो उसे आक्रमक मूल्य नीति का नेतृत्व के नाम से जाना जाता है।
कीमत या मूल्य नेतृत्व के कारण
मूल्य नेतृत्व के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं—
1. फार्म का बड़ा एवं शक्तिशाली अधिक होना।
2. उद्योग विशेष के कुछ उत्पादन के अधिकांश भाग पर बड़ा प्रश्नावली फार्म का नियंत्रण होना।
3. फार्म की निम्न उत्पादन लागतें होना।
4. जो फार्म किसी वस्तु का अविष्कार करती है तो वह बड़ी फार्म उस उद्योग में मूल्य नेता बन जाती है
5. फार्म जो काफी पुरानी होती है अनुभव है उतना होता है जिसके कारण वह कार्यशील के लिए प्रतिष्ठा हो।
6. फार्म के पास पर्याप्त मात्रा में अपने वित्तीय स्रोत होना
7. फार्म जो अपनी आक्रमक मूल्य नीति को अन्य फार्मा को मनाने के लिए विवश करती है।
कीमत या मूल्य नेतृत्व के लाभ
कीमत या मूल्य नेतृत्व के लाभ निम्नलिखित पाए गए हैं जो कि इस प्रकार हैं—
1. सुविधाजनक— अन्य अनुयायियों के फार्म के लिए मूल्य निर्धारण अत्यंत सुविधाजनक हो जाता है जिसके कारण उनमें अधिक लाभ मिलता है।
2. जोखिम को कम करने में सहायक— मूल्य नेतृत्व से मूल्य में स्थायित्व की संभावना बढ़ जाती है जिसके उत्पादकों विक्रेताओं तथा प्रथाओं के लिए जोखिम कम हो जाता है।
3. मांग पूर्वानुमान— मूल्य में स्थायित्व आ जाने से उस वस्तु की मांग का पूर्वानुमान सरलता पूर्वक लगाया जा सकता है।
4. मूल्य वृद्ध से सुरक्षा— इससे उद्योग की फार्म मूल्य वृद्धि के प्रभाव से सुरक्षित हो जाता है।
5. उचित मूल्य निर्धारण— मूल्य नेतृत्व की दशा में मूल्य का निर्धारण उचित ढंग से किया जाता है जिसके कारण उनमें सुधार देखने को भी मिलता है।
6. सौदेबाजी की आवश्यकता नहीं— मूल्य में स्थायित्व के कारण क्रेता तथा विक्रेताओं को अनावश्यक सौदेबाजी नहीं करनी पड़ती है।
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