नियोजन के उद्देश्य लिखिए | नियोजन के उद्देश्य बतलाइए
niyojan ke uddhesya likhiye;
1. भावी कार्य योजना तैयार करना—
नियोजन का आशय है, भविष्य को देखना अर्थात भविष्य में क्या, कहां, कैसे, किससे, कौन कार्य करेगा इसकी रूपरेखा तैयार करना ही नियोजन का उद्देश्य होता है।
2. भावी गतिविधियों में निश्चित लाना—
कार्य योजना सुनिश्चित ना होने से कौन सा कार्य कब कहां कैसे व कौन करेगा यह निश्चित रहता है, जबकि इसके पूर्व निर्धारण कर लेने से भविष्य में कार्य अनिश्चितता आती है योजना भविष्य के कार्य में अनिश्चितता व स्थिरता प्रदान करता है।
3. कार्यों में एकरूपता लाना—
नियोजन द्वारा कार्य में एकरूपता लाई जा सकती है क्योंकि कार्य को करने का संपूर्ण ढंग नियोजन द्वारा पूर्ण से निर्धारित कर दिया जाता है कार्य में एकरूपता में व्यवसाय व उत्पादन की ख्याति बढ़ती है।
4. भविष्य की जानकारी देना—
नियोजन करने के पश्चात उसकी जानकारी संबंधित कर्मचारियों अधिकारियों को दी जाती है ताकि वह नियोजन के अनुरूप कार्य कर सकें अतः जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से भी निश्चित किया जाता है।
5. अपव्यय रोककर मृत व्ययि लाना—
योजना के अंतर्गत एक के मानक वह संभावित बजट तैयार किया जाता है इससे उन बिंदुओं को ध्यान में रखना पड़ता है जहां पर अधिक व आवश्यक व्यय होने की संभावना है इस अवयवों को कम करने के उपाय खोजे जाते हैं इस प्रकार नियोजन का उद्देश्य अपव्यय को रोककर उत्पादन में वृद्धि लाना है।
6. पूर्वानुमान लगाना—
नियोजन के भविष्य के कार्यों का पूर्वानुमान लगाया जाता है जिससे कि उसमें आवश्यकता अनुसार परिवर्तन किया जा सके।
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