प्लासी युद्ध के परिणाम

1. बंगाल पर अंग्रेजों का नियंत्रण :- प्लासी के युद्ध के पश्चात बंगाल वास्तव में अंग्रेजों के हाथ में आ गया। मीर जाफर को बंगाल का नवाब बना दिया गया। लेकिन वह केवल नाम मात्र का नवाब था। कंपनी ने जब चाहा तब नवाब के पद पर अपने अनुकूल व्यक्ति को बिठाने में सफलता प्राप्त की। यानी कि मीर जाफर को अंग्रेज अपनी उंगलियों के इशारे पर नचा सकते थे।

2. भारत में साम्राज्य विस्तार का मार्ग :- प्लासी युद्ध के पश्चात भारत में ब्रिटिश लोगों के लिए साम्राज्य विस्तार का मार्ग खुल गया। एडमिरल वाटसन के शब्दों में- "प्लासी का युद्ध कंपनी के लिए ही नहीं लेकिन सामान्य रूप से ब्रिटिश जाति के लिए असाधारण महत्त्व रखता था।"

3. कंपनी के कर्मचारियों को उपहार:- मीरजाफर ने नवाब बनने के पश्चात कंपनी के कर्मचारियों को उसकी सहायता के बदले अनेक उपहार प्रदान किए। क्लाइव को पुरस्कार में 2,34,000 पाउंड, वाटसन को 80,000 पाउंड, गवर्नर ड्रेक को 31,500 तथा अन्य अंग्रेज अधिकारियों को योग्यता अनुसार पुरस्कार मिले इन पुरस्कारों के परिणाम स्वरुप नवाब का राजकोष खाली हो गया जिससे प्लासी की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई।

4. कंपनी को प्रदेश प्राप्ति:- अंग्रेजों को कोलकाता के समीप 24 परगना की जागीर मिली जिसका क्षेत्रफल 880 वर्ग मील था तथा जिसकी वार्षिक आय 1,50,000 पाउंड थी।

5. बंगाल बिहार और उड़ीसा में व्यापार की स्वतंत्रता:- अंग्रेजों को बंगाल बिहार और उड़ीसा में नि:शुल्क व्यापार करने की पूर्ण स्वतंत्रता मिली। व्यापार का एकाधिकार कंपनी को प्राप्त हुआ कंपनी ने अपनी सत्ता स्थापित की तथा अपना सिक्का चलाया।

6. दक्षिण के आंग्ल-फ्रांसीसी संघर्ष पर प्रभाव:- आंगल फ्रांसीसी संघर्ष में अंग्रेजों ने बंगाल से प्राप्त धन एवं जन का उपयोग फ्रांसीसीयों के विरुद्ध किया। प्लासी के मैदान में अंग्रेजों की विजय से फ्रांसीसी सैनिकों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ा। इससे अंग्रेजों की विजय और आसानी तरीके से हो गई। प्लासी के युद्ध ने फ्रांसीसीयों के भाग्य के द्वार सदा के लिए बंद कर दिए।

7. बंगाल का आर्थिक दोहन:- प्लासी के युद्ध के पश्चात कंपनी के कर्मचारियों ने बंगाल का आर्थिक दोहन प्रारंभ किया। इस युद्ध के पश्चात बंगाल को इतना लूटा गया कि सबसे समृद्ध प्रदेश सबसे निर्धन प्रदेश बनकर रह गया।

8. नए वंश का जन्म :- मीर जाफर के बंगाल का नवाब बनने से बंगाल में एक नए वंश का जन्म हुआ।

9.  यूरोपीय प्रतिद्वंद्वियों का उन्मूलन:- बंगाल में अंग्रेजों की सत्ता स्थापना के साथ ही डच एवं फ्रांसीसी प्रतिद्वंद्वियों का उन्मूलन हो गया। यह प्रतिद्वंदी अंग्रेजों की शक्ति का सामना करने में सदा के लिए असमर्थ हो गए।

10. मुगल प्रतिष्ठा एवं प्रभुत्व को ठेस :- प्लासी के युद्ध के पहले तक बंगाल के नवाब मुगल सम्राट के नाम से ही शासन करते थे, परंतु अंग्रेजों ने मीरजाफर को नवाब बनाकर, मुगल प्रतिष्ठा और प्रभुता को धक्का पहुंचाया था।

11. क्लाइव के प्रभाव में वृद्धि:- इस युद्ध के पश्चात क्लाइव की स्थिति में परिवर्तन हुआ। अभी तक औपचारिक रूप से यह केवल मद्रास काउंसिल का एक अधीनस्थ कर्मचारी था। परंतु प्लासी की विजय के पश्चात वह बंगाल का सर्वाधिक प्रभावशाली अंग्रेज अधिकारी बन गया। जून 1758 ई. में कोलकाता काउंसिल ने क्लाइव को बंगाल का गवर्नर बनाकर उसके राजनीतिक महत्व को स्वीकार किया। 


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तो ये थे हमारे आज के प्लासी युद्ध के परिणाम के बारे में कुछ महत्व पूर्ण जानकारियां आपको कैसी लगी  _______ Comment करके बताएं।

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